भारत सरकार: एंड्रॉइड 15 समेत कई एंड्रॉइड वर्शन के लिए हाई अलर्ट
एंड्रॉइड 15 लेटेस्ट वर्शन है लेकिन नया सुरक्षा अलर्ट लाखों लोगों के लिए चिंता का विषय है जिसे आसानी से हैक किया जा सकता है। भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT-In) ने एंड्रॉइड 12 से 15 तक के सभी वर्शन के लिए हाई अलर्ट वाली चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी में कहा गया है कि इन वर्शन में कई सुरक्षा कमज़ोरियां हैं।
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एंड्राइड 15 सिक्योरिटी रिस्क: अपने डाटा को किस तरह सिक्योर करें
सुरक्षा नोट सिर्फ़ एंड्रॉयड 15 के लिए ही नहीं है, बल्कि एंड्रॉइड 12 से 15 तक के सभी वर्शन के लिए हाई अलर्ट वाली चेतावनी जारी की है। CERT-In नोट में कहा गया है, "एंड्रॉइड में फ्रेमवर्क, सिस्टम, गूगल प्ले सिस्टम अपडेट, कर्नेल, कर्नेल LTS, इमेजिनेशन टेक्नोलॉजीज, मीडियाटेक कंपोनेंट्स, क्वालकॉम कंपोनेंट्स और क्वालकॉम क्लोज्ड-सोर्स कंपोनेंट्स में खामियों के कारण कई कमज़ोरियाँ मौजूद हैं।"
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हैकर्स इन कमज़ोरियों का इस्तेमाल करके डिवाइस को अनऑथराइज़्ड रूप से एक्सेस कर सकते हैं, सिस्टम को अनस्टेबल कर सकते हैं, या डिवाइस को रीसेट भी कर सकते हैं। इन कमज़ोरियों का सोर्स एंड्रॉइड इकोसिस्टम के कई हिस्सों में है, जिनमें थर्ड-पार्टी विक्रेताओं द्वारा तैयार किए गए पार्ट भी शामिल हैं। इन कमज़ोरियों से ओपन-सोर्स और प्रोप्रायटरी दोनों तरह के सॉफ़्टवेयर प्रभावित हैं। सरकार ने एंड्रॉइड यूज़रों से साइबर खतरों से बचने के लिए अपने सिस्टम को तुरंत अपडेट करने की अपील की है। Android 15 वाले डिवाइस जिनका सिक्योरिटी पैच लेवल 1 सितंबर, 2024 या उसके बाद का है, वे इन समस्याओं से सुरक्षित हैं।