X एआई असिस्टेंट ग्रोक अब यूजर्स के लिए फ्री है क्या अब उठा पाएंगे सारे फीचर्स का मज़ा!

x ai assistant grok is now free for users, still facing problems!
By Maniratna Shandilya | Updated Dec 11, 2024, 3:22 PM IST

एक्स ने अपने एआई चैटबॉट ग्रोक को सभी यूजर्स के लिए फ्री कर दिया है, जो लिमिटेड प्रोम्प्ट के साथ यूनिक फीचर्स प्रदान करता है। ग्रोक अब एक्स प्रीमियम सब्सक्रिप्शन के बिना भी यूजर्स के लिए अवेलेबल होगा, इसे शुरू में 2023 में लॉन्च किया गया था और यह एक्स प्रीमियम ग्राहकों के लिए विशेष रूप से उपलब्ध था।

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस दुनिया भर की तकनीक कंपनियों के लिए सबसे अहम टेक्नोलॉजी है। जबकि ओपनएआई और एंथ्रोपिक जैसे इंडस्ट्री के फाउंडर सबसे आगे हैं, अन्य कंपनियां तेजी से आगे बढ़ने के लिए कदम बढ़ा रही हैं। उनमें से एक नाम है एलन मस्क की कंपनी, एक्स, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था। अपनी एआई ब्रांच, x "AI" के माध्यम से, एक्स ग्रोक असिस्टेंट को विकसित कर रहा है, जो ओपनएआई के चैटजीपीटी और गूगल के जेमिनी जैसे पॉपुलर मॉडलों के साथ अमेजिंग फीचर्स वाला एक एआई चैटबॉट मैदान मे उतरने वाला है।

ये भी पढ़े: न्यू ईयर को बनाए ख़ास इन एक्सक्लूसिव गिफ्ट्स के साथ

2023 में ग्रोक को लॉन्च किया गया था और यह एक्स सब्सक्रिप्शन वाले यूजर्स के लिए सबसे पहले अवेलेबल कराया गया था। समय के साथ, इसकी कैपेसिटी को बूस्ट किया गया है, और इस वर्ष के अक्टूबर में, इसने टेक्स्ट-रिलेटेड रिस्पांस देने के साथ-साथ इमेज जनरेट करने की पॉवर हासिल की है। एक महत्वपूर्ण कदम, एक्स ने अब ग्रोक को सभी यूजर्स के लिए फ्री कर दिया है,पर अब भी कुछ फीचर पर रोक है।

ये भी पढ़े: वेट लॉस करना चाहते हैं तो ट्राई करें ये फैट बर्नर प्रोडक्ट्स

रिपोर्ट के अनुसार, अब फ्री यूजर्स सिर्फ हर दो घंटे में 10 बार तक ग्रोक से बातचीत कर सकते हैं। इसका मतलब है कि यूजर चैटबॉट को 10 रिस्पांस भेज सकते हैं और इस समय सीमा के भीतर जवाब प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, ग्रोक के साथ इमेज जनरेट करने पर भी यही समय सीमा लागू होती है, जिससे यूजर्स हर दो घंटे में 10 इमेज बना सकते हैं। हालाँकि, इमेज को ज्यादा डिस्क्राइब करने पर भी रोक है। फ्री यूजर्स हर रोज केवल तीन इमेज को सही से एनालिसिस कर सकते हैं। किसी भी अतिरिक्त उपयोग के लिए X प्रीमियम में अपग्रेड की आवश्यकता होती है। यह प्रीमियम मॉडल ओपनएआई और Anthropic जैसे कॉम्पेटिटर द्वारा अपनाए गए तरीकों को दर्शाता है। उपयोग कैप के साथ मुफ़्त पहुँच की पेशकश करके, X यूजर्स को ग्रोक की कैपेसिटी का पता लगाने का मौका दे रहा है जबकि उन्हें अधिक अच्छा अनुभव के लिए सब्सक्रिप्शन लेने के लिए प्रमोट कर रहे है।

ये भी पढ़े: बेस्‍ट Pet Cleaning Brush अब अपने लविंग पेट्स के बालो और स्किन का रखें ख्याल

x AI ने इस चैटबॉट को बाज़ार में मौजूद अन्य चैटबॉट से अलग बताया है, क्योंकि इसमें सेंस ऑफ़ हयूमर, मज़ाक और रियल टाइम इनफार्मेशन तक पहुँच है। ओपनएआई और गूगल जैसी कंपनियों के मॉडल की तुलना में ग्रोक में कम फ़िल्टर हैं। यह इसकी रिस्पांस को अधिक क्लियर और कई बार कम प्रेशराइज्ड बनाता है, जिससे यह उन सवालों के जवाब दे सकता है या ऐसी टिप्पणियाँ कर सकता है, जिनसे अन्य AI मॉडल बच सकते हैं। चैटबॉट को उन यूजर्स के लिए एक बेहतर विकल्प के रूप में पेश किया जा रहा है, जो कम सेंसरशिप और एक ऐसी बातचीत करना पसंद करते हैं जो अधिक नार्मल लगे। हालाँकि, रिस्ट्रिक्शन की यह कमी कंटेंट मॉडरेशन के बारे में दिक्क़ते भी पैदा कर सकती है, एक चुनौती जिसका सामना AI डेवलपर्स अक्सर करते हैं।

ये भी पढ़े: जब आईफोन 16 ले लिया है तो ये एक्सेसरीज लेना कैसे भूल गए?

एक्स ने ऑरोरा नामक एक नया इमेज जनरेटर भी पेश किया है। यह टूल एक्स के मोबाइल ऐप और वेबसाइट पर ग्रोक टैब के ज़रिए अवेलेबल होगा। ऑरोरा कंपनी के पहले इमेज जनरेटर, फ्लक्स के नक्शेकदम पर चलता है, जिसे अक्टूबर में पेश किया गया था। ऑरोरा इसलिए अलग है क्योंकि इमेज बनाने की बात करें तो इसमें बहुत कम लिमिटेशन हैं। यूजर पब्लिक सेलेब, कॉपीराइट वाले डॉक्यूमेंट और बहुत कुछ की तस्वीरें बना सकते हैं। यह अपलोड की गई इमेज को एडिट भी कर सकता है। यह अन्य AI इमेज जनरेटर के बिल्कुल उल्टा है, जो आमतौर पर कॉपीराइट संबंधी चिंताओं के कारण ऐसी कंटेंट से बचते हैं।